मंगलवार, 4 अगस्त 2015

मेरे लिए नकारात्मक अनुभव जैसी कोई चीज़ नहीं है....डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम

.........पिछले अंक से आगे
:  कथन  15 :
ब्लैक कलर भावनात्मक रूप से बुरा होता है
लेकिन हर ब्लैक बोर्ड विद्यार्थियों की जिंदगी ब्राइट बनाता है।

 :  कथन  16 :
शिखर पर पहुँचने के लिए सामर्थ्य चाहिए। 
फिर वो चाहे माउंट एवेरेस्ट का शिखर हो
या आपके केरियर का।

 :  कथन  17 :
मैं एक हैंडसम इंसान नहीं हूँ 
लेकिन मैं  अपना हैंड उस किसी भी व्यक्ति को दे सकता हूँ
जिसको की मदद की जरूरत है।
सुंदरता हृदय में होती है, चेहरे में नहीं।

 :  कथन  18 :
नकली सुख की बजाय ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।

 :  कथन  19 :
अपने मिशन में कामयाब होने के लिए,
आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।

 :  कथन  20 :
एक मूर्ख जीनियस बन सकता है
यदि वो समझता है की वो मूर्ख है
लेकिन एक जीनियस मूर्ख बन सकता है
यदि वो समझता है की वो जीनियस है।

 :  कथन  21 :
बारिश की दौरान सारे पक्षी आश्रय की तलाश करते है
लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को ही अवॉयड कर देते है।
समस्याए कॉमन है, लेकिन आपका एटीट्यूड इनमे डिफरेंस पैदा करता है।

 :  कथन  22 :
कभी कभी कक्षा से बंक मारकर दोस्तों के साथ मस्ती करना अच्छा होता है,
क्योंकि आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ तो ये सिर्फ हंसाता ही नहीं है,
बल्कि अच्छी यादे भी देता है।

 :  कथन  23 :
प्रश्न पूछना,
विधार्थियों की सभी प्रमुख विशेषताओ में से एक है।
इसलिए छात्रों सवाल पूछों।

 :  कथन  24 :
मेरे लिए नकारात्मक अनुभव जैसी कोई चीज़ नहीं है।

 :  कथन  25 :
जिंदगी और समय, विश्व के दो सबसे बड़े अध्यापक है।
ज़िंदगी हमे समय का सही उपयोग करना सिखाती है
जबकि समय हमे ज़िंदगी की उपयोगिता बताता है।

 :  कथन  26 :
जब हम दैनिक समस्याओ से घिरे रहते है
तो हम उन अच्छी चीज़ों को भूल जाते है
जो की हम में है।

 :  कथन  27 :
इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है,
क्योकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरूरी है।

 :  कथन  28 :
मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था
कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।

.........जारी...अगले अंक में भी

5 टिप्‍पणियां:

  1. अनोखा संकलन ,मंगलकामनाएं आपको !

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  2. आज बहुत लम्बे समय के बाद एक बार फिर से मन बनाया है ब्लॉग की इस दुनिया में वापसी का. आपका स्नेह मिलता रहा है. आगे भी मिलता रहेगा यही कामना है। आपकी बहुत सी रचनाएँ पढ़ना बाकी हैं। जल्द ही पढ़ने का प्रयास करूँगा.
    बहुत आभार
    अखिलेश 'कृष्णवंशी '

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